जब देश पर एक परिवार की तानाशाही नहीं चली तो पार्टी में डिक्टेटरशिप हावी: सुरेश कश्यप
जब देश पर एक परिवार की तानाशाही नहीं चली तो पार्टी में डिक्टेटरशिप हावी: सुरेश कश्यप
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बोले, क्या करोड़ों लोगों का फ्री इलाज करने की नीति बनाना तानाशाही
जिन कांग्रेस नेताओं का अपनी पार्टी के अंदर एक परिवार की तानाशाही को लेकर मुंह नहीं खुलता, वे हिमाचल में आकर लोकतांत्रिक मूल्यों के कमजोर होने का रोना रो रहे हैं। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कांग्रेस नेत्री अल्का लांबा के उस बयान पर पलटवार करते हुए यह बात कही जिसमें अल्का लांबा ने केंद्र सरकार की नीतियों को तानाशाही बताया था।
कश्यप ने कहा कि अल्का लांबा केंद्र सरकार की किसी नीति को तानाशाही बता रही है। क्या देश के करोड़ों लोगों को पहली बार आयुष्मान भारत से मुफ्त इलाज करना तानाशाही है। क्या गरीब लोगों के घर नल से शुद्ध चलाने की मुहिम तानाशाही है या फिर गरीबों के लिए करोड़ों शौचालयों का निर्माण करना तानाशाही है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि सच तो यह है कि देश में सबसे ज्यादा समय तक राज करने वाली कांग्रेस का अपना इतिहास तानाशाही का रहा है। जब जनता ने कांग्रेस की तानाशाही को नकार दिया तो अब कांग्रेस अपने अंदर तानाशाही को पाल-पोस रही है। पूरा देश इसका उदाहरण देख रहा है। कांग्रेस पार्टी पर हमेशा से एक ही परिवार का कब्जा रहा। जब कांग्रेस का कोई नेता गांधी परिवार की तानाशाही पर सवाल उठाता है तो उसे या तो निकाल दिया जाता है या फिर पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया जाता है।
विश्वशक्ति बन उभरा भारत
सुरेश कश्यप ने कहा कि 2014 में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद देश मजबूत हुआ है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रभावी नेतृत्व का ही असर है कि पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। विश्वशक्ति के रूप में उभरे भारत की आर्थिक और सामरिक ताकत का लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है। यह तभी संभव हो पाया क्योंकि मोदी जी के नेतृत्व में लोकतांत्रिक मूल्य मजबूत हुए हैं और देश भी आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा है।
हर बात का श्रेय लेना कांग्रेस की आदत
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के नेता यह दावा कर रहे हैं कि भारत में अगर सुई भी बनती है तो वह कांग्रेस की देन है। देशवासियों के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाकर हर बात का श्रेय अपनी पार्टी को देना कांग्रेस नेताओं की पुरानी आदत है। जबकि इतने सालों तक राज करने वाली पार्टी का इतिहास देखें तो इसमें घोटालों, साजिशों और दमनकारी नीतियों के अलावा कुछ नहीं दिखता। फिर चाहे आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोंटना हो या फिर हजारों करोड़ रुपये के घोटाले करना हो।
कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानियों से भी किया अन्याय
कांग्रेस ऐसी पार्टी है जिसे आजादी का श्रेय भी खुद लेते शर्म नहीं आती। शिमला से लोकसभा सांसद कश्यप ने कहा, आज अगर सरदार पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, शहीद भगत सिंह और वीर सावरकर के योगदान की बात की जाती है तो कांग्रेस को इससे भी तकलीफ होने लगती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे कांग्रेस के उस झूठ की कलई खुलती है जिसे इसने दशकों से भारतीय जनमानस पर थोपे रखा।
जो कांग्रेस सच पर झूठ को थोपने, लोकतंत्र को परिवारवाद की बेड़ियों में जकड़ने और जनता की जरूरतों को पूरा करने की बजाय एक परिवार के हाथ में सत्ता बनाए रखने के प्रयास करने में यकीन रखती है, वह कभी भी देश का भला नहीं सोच सकती। जिस कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर के लिए अलग प्रावधान करके देश को कभी एक नहीं होने दिया, आज वह भारत जोड़ो यात्रा कर रही है। जब मोदी जी ने अनुच्छेद 370 और 35A को समाप्त करके देश को सही मायनों में एकजुट किया, कांग्रेस तब भी विरोध कर रही थी।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा, “अब, जब कांग्रेस पूरे देश से सिमट रही है तो उसकी कोशिश है कि किसी तरह हिमाचल में अपने पैर जमाए। इसके लिए वह ऐसी-ऐसी घोषणाएं कर रही है, जिनपर कांग्रेस के ही नेता यकीन नहीं कर पा रहे। लेकिन हिमाचल की जनता समझदार है और वह कांग्रेस के चरित्र को अच्छी तरह समझती है। कांग्रेस को इसका पता विधानसभा चुनाव के नतीजे आने पर चल जाएगा।”