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हिमाचल कांग्रेस सरकार और संगठन के बीच उपजा विवाद, बागी उम्मीदवारों का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि फिर बावल

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शिमला विमल शर्मा …..हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सरकार और कांग्रेस संगठन के बीच लोकसभा चुनाव से पहले क्या सब कुछ ठीक हो जाएगा यह अपने आप में एक सवाल खड़ा हो गया है एक तरफ पहले ही कांग्रेस सरकार बागी उम्मीदवारों का मसाला पूरी तरह नहीं सुलझा पाई उसे पर अब नई एक और मुसीबत खड़ी हो गई है जब कांग्रेस की अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने मंडी लोकसभा सीट से चुनाव चुनाव ना  लड़ने की सार्वजनिक तौर पर कह डाली सांसद प्रतिभा सिंह कैसे बयान से दो धरो की आपसी लड़ाई फिर सामने आ गई कांग्रेस पार्टी में इस खींचतान के पीछे राजनीतिक विश्लेषक  मानते हैं की सांसद प्रतिभा सिंह संगठन में अपना वर्चस्व बनाए रखना चाहती है ताकि पार्टी में उनकी पकड़ मजबूत रह सके उधर दूसरे धड़े के नेताओं में भी यह चर्चा आम सुनी जा रही है कि संगठन की तरफ से अध्यक्ष द्वारा दिया गया बयान के लिए ठीक नहीं है हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में अभी भी सब कुछ सही नहीं हुआ है। मनभेद फिर सामने आ गए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने बुधवार को सरकार बचाने का तर्क देकर कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान का मामला उठाकर अपनों को घेर दिया है। पार्टी हाईकमान के मानमनोव्वल के बाद भी प्रतिभा सिंह के तेवर नरम नहीं हुए हैं। प्रतिभा सिंह के बदले रुख ने लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस हाईकमान को पसोपेश में डाल दिया है। वर्ष 2021 में जयराम सरकार के समय मंडी संसदीय क्षेत्र से उपचुनाव जीतने वाली प्रतिभा सिंह के अब चुनाव मैदान से पीछे हटने के एलान से मंडी में राजनीतिक समीकरण भी बदल गए  हमीरपुर, कांगड़ा और शिमला में पहले ही कांग्रेस के मजबूत प्रत्याशियों की तलाश ने कांग्रेस को उलझाया हुआ है। दिसंबर 2022 में विधानसभा चुनाव के नतीजे निकलने के बाद से कांग्रेस के दो धड़ों में शीतयुद्ध जारी है। प्रदेश में कई वर्षों तक कांग्रेस के पॉवर हाउस रहे हॉलीलॉज (पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह का निजी आवास) के हाथ से सत्ता निकलने के बाद से प्रतिभा सिंह का सरकार के साथ मतभेद और मनभेद चल रहा है।  सांसद प्रतिभा कई बार सार्वजनिक मंचों से लेकर पार्टी हाईकमान के समक्ष उनके समर्थकों को सरकार में नियुक्तियां नहीं मिलने की बात उठाकर अपनी नाराजगी को भी जताती आई हैं। अयोग्य घोषित कांग्रेस के छह विधायकों के बागी होने के लिए भी वे सरकार को जिम्मेवार ठहरा चुकी हैं। अब लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी तय होने से एकाएक पहले प्रतिभा सिंह ने मंडी सीट से चुनाव नहीं लड़ने का एलान कर पार्टी को बड़ी परेशानी में डाल दिया है।

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