मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह बौखलाहट में है ,जयराम ठाकुर
अफ़रातफ़री में है सरकार एक ही दिन में दो-दो बार की जा रही है कैबिनेट : जयराम ठाकुर युवाओं के बजाय अपने चहेतों को नौकरी देकर किया जा रहा है एडजस्ट बौखलाहट में रेवड़ियों की तरह बाँटे जा रहे हैं कैबिनेट रैंक जल्दबाज़ी में नोटोफ़िकेशन कुछ और ग़ज़ट में कुछ दिया जा रहा है पद प्राइवेट सेक्रेट्रीज को रिटायरमेंट के बाद सलाहकार नियुक्त कर बढ़ाया जा रहा है प्रदेश पर बोझ शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री बौखलाहट में हैं। एक ही दिन में दो-दो बार कैबिनेट की बैठकें की जा रही हैं। कैबिनेट बैठकों में पूरे मंत्री भी शामिल नहीं हो पा रहे हैं आख़िर सरकार इतनी अफ़रातफ़री में क्यों हैं? एक तरफ़ प्रदेश के युवा लंबित परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने की माँग को लेकर महीनों से सड़कों पर हैं और मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए जनता के हितों को दरकिनार कर रेवड़ियों की तरह कैबिनेट रैंक देने में व्यस्त हैं जिससे असंतुष्टों को साधा जा सके। एक तरफ़ सरकार आर्थिक तंगी का रोना तो रही है दूसरी तरफ़ कैबिनेट रैंक बांटकर करोड़ों रुपये का अनावश्यक बोझ प्रदेश की जनता थोप रही है। मुख्यमंत्री जिस तरह से अपने नेताओं का तुष्टिकरण कर रहे हैं, उससे कांग्रेस सरकार की स्थिति का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तरह की अफ़रातफ़री आज तक नहीं देखी गई। एक विधायक को मुख्य सचेतक नियुक्ति करने की अधिसूचना जारी की जाती है लेकिन ग़ज़ट में उनकी नियुक्ति उपमुख्य सचेतक के रूप में की जाती है। जब मौक़ा था तब जनहित के कामों के बजाय सरकार सत्ता का सुख भोगने में व्यस्त रही। अब लोक सभा चुनावों के ठीक पहले बिना बजट के प्रावधानों के योजनाएं घोषित करके आम लोगों को सरकार एक बार फिर ठगने का काम कर रही है। जिस तरह से मुख्यमंत्री अपने नाराज़ नेताओं को संतुष्ट करने का प्रयास कर रही है उतनी मेहनत से अगर प्रदेशवासियों के हितों का ध्यान रखती तो आज स्थिति कुछ और होती। आज आलम यह है कि न तो कांग्रेस के नेता संतुष्ट हैं और न ही प्रदेश के लोग।