क्या सुखविंदर सिंह फायर ब्रांड नेता के तौर पर होंगे स्थापित
बड़ा सवाल : पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को हराने वाले राजेंद्र राणा को भाजपा करेगी शामिल, अनुराग ठाकुर की राय क्या होगी…………………………………………………………हिमाचल कांग्रेस से बागी हुए विधायक आने वाले समय में क्या कदम उठाएंगे यह अपने आप में सवाल बना हुआ है वैसे तो कई अटकलें लगाई जा रही है लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि इन बागी विधायकों के आका एक विशेष रणनीति के तहत महाराष्ट्र की तर्ज पर हिमाचल मैं नई कांग्रेस पार्टी का उदय कर सकते हैं और भाजपा उनका समर्थन देकर सहारा दे सकती है इन विधायकों को मालूम है कि उनका भाजपा में जाने का संदेश जनमानस में ठीक नहीं पहुंचेगा और उन्हें इसका नुकसान भी उठाना पड़ेगा इसलिए नए विकल्प की संभावनाएं तलाशी जा रही है सूत्रों से पता चला है कि इन छह विधायकों के इलावा भी कांग्रेस के लगभग 6 और 7 के बीच नेता संपर्क में है और वह कभी भी पाला बदल सकते हैं कहा तो यहां तक जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी जहां तक हिमाचल कांग्रेस के मुखिया और मुख्यमंत्री के बीच जो बयान बाजी चल रही है वह अप्रत्यक्ष तौर पर साफ संदेश दे रही है की बाजी जीतने के लिए किसके पास कितना आंकड़ा है अब देखना है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह अपनी राजनीतिक पारी किस तरह खेलते हैं और अपने आप को किस तरह से फायर ब्रांड नेता स्थापित करते हैं उधर हमीरपुर. कांग्रेस से बगावत करने वाले सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है। बागी नेता संघर्ष कर रहे हैं, उनका भविष्य क्या होता है, यह समय आने पर पता चलेगा। यह तो मुश्किल ही लग रहा है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की रहने उनकी कांग्रेस में वापसी हो। राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने के बाद बागी विधायक भाजपा के संरक्षण में हैं। सीआरपीएफ की सुरक्षा के साथ वह हरियाणा में ठहरे। विधानसभा पहुंचे भी तो भाजपा नेताओं के साथ पहुंचे। विधानसभा अध्यक्ष ने बागी विधायकों की सदस्यता खत्म कर दी, जिससे अब वह पूर्व विधायक हो गए हैं। विधायकी बचाने की लड़ाई अब अदालत में लड़ने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस के बाकी नेता कहां जाएंगे, इस पर बड़ा सवाल है। कांग्रेस में नहीं आएंगे तो क्या भाजपा में शामिल होंगे, यह बड़ा सवाल है। सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा को लेकर बड़ा सवाल है। राजेंद्र राणा में गत विधानसभा चुनाव में भाजपा के सीनियर नेता, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को सुजानपुर से ही हराया है। वहीं प्रेम कुमार धूमल के पुत्र अनुराग ठाकुर संसदीय क्षेत्र के सांसद भी हैं और केंद्रीय मंत्री भी हैं। ऐसे हालात में सवाल यही है कि क्या राजेंद्र राणा को भाजपा शामिल करेगी। अगर राजेंद्र राणा को भाजपा में शामिल करने की बात होगी, तो केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की राय क्या होगी, जनता के मन में यही बड़ा सवाल है। अगर राजेंद्र राणा भाजपा में शामिल होते हैं तो तय है कि आने वाले चुनावों में राजेंद्र राणा को जिताने के लिए प्रेम कुमार धूमल और अनुराग ठाकुर को भी राणा को जिताने का प्रयास करना होगा। ऐसी स्थिति के लिए क्या प्रेम कुमार धूमल और अनुराग ठाकुर तैयार होंगे। यह चुनौती भाजपा के सभी नेताओं के सामने होगी। राजेंद्र राणा को भाजपा में शामिल करने के पहले भाजपा नेताओं को भी इन परिस्थितियों के बारे में मंथन करना होगा।