मानसून सत्र: शिमला में बढ़ते दवाब को कम करे सरकार
- अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने कार्यालयों को शिफ्ट करने की उठाई मांग
शिमला, विमल शर्मा।
हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र में आज शिमला में लगातार बढ़ रहे दवाब का मामला उठा। शुक्रवार को मानसून सत्र में प्रश्न काल में अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने शिमला के कुछ कार्यालयों को नजदीकी विधानसभा क्षेत्रों में शिफ्ट करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि शिमला में भीड़ बढ़ती जा रही है। उन्होंने भीड़ को कम करने लिए सरकार से कुछ कार्यालयों को अर्की शिफ्ट करने की मांग रखी। जिसका जवाब देते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर से कुछ कार्यालयों को शिफ्ट करना अनिवार्य है। आने वाले समय में सरकार इस पर निर्णय लेगी। संजय अवस्थी ने कहा कि शिमला एक पर्यटन स्थल है और यहां काफी तादात में पर्यटक आए हैं और प्रदेश भर से लोग भी पहुंचते हैं। जिससे यहां घंटों जाम भी लगता है। कार्यालयों के शिफ्ट करने से यह दवाब कम होगा।
विभाग पुल तोड़ने का दो दिन में करेगा टेंडर
वहीं सदन में सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत ध्वाल को खुराहल क्षेत्र से जोड़ने वाले वन विभाग के पुराने पुल को तोड़ने के लिए दो दिन के भीतर टेंडर किया जाएगा। यह जानकारी वन मंत्री राकेश पठानिया ने राकेश जम्वाल की ओर से लाए गए ध्यान आकर्षण प्रस्ताव के जवाब में दी। वन मंत्री ने कहा कि पुलों को नकारा एवं असुरक्षित घोषित करने के लिए हिमाचल सरकार सक्षम प्राधिकारी है। यह मामला प्रधान मुख्य अरण्यपाल की ओर से प्रधान सचिव को भेजा गया। वित्त विभाग की मंजूरी ली गई है। पुल को तोड़ने की आगामी कार्रवाई वन मंडल अधिकारी सुकेत की ओर से की जा रही है।