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मानसून सत्र: अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान हंगामा, कांग्रेस विधायकों ने किया वाकआउट

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चर्चा पर विपक्ष के अन्य सदस्यों को बोलने की अनुमति ना मिलने पर किया वाकआउट

 

विमल शर्मा, शिमला।

 

विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार रहा है। हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन आज नियम 278 के तहत विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पक्ष व विपक्ष में तीखी नोकझोंक हुई। विपक्ष के अन्य सदस्यों को अविश्वास प्रस्ताव पर बोलने की अनुमति ना मिलने पर सदन में हंगामा और नारबाजी शुरू हो गई। सीएम जयराम जैसे ही चर्चा का जवाब देने उठे तो कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट  कर गए। विपक्ष के नेता मुकेश ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर बोलने के लिए केवल चार घंटे का कम समय दिया गया। विपक्ष के 17 विधायकों को बोलने का मौका नहीं दिया गया। सरकार से हर वर्ग परेशान है। महंगाई बेरोजगारीए माफियाराज जयराम सरकार में दन दना रहा है। अविश्वास प्रस्ताव के बाद सीएम जयराम को पद से इस्तीफा देना चाहिए।

 

 

 

 

विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा की प्रदेश सरकार जाने वाली है यह जनता का विश्वास खो चुकी है। सरकार कर्ज की सीमा बढ़ाने जा रही है। महंगाई बेरोजगारी से जनता परेशान हो गई है। इस बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक भी होती रही। इस सब के बीच अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष के अन्य सदस्यों को बोलने की अनुमति नहीं मिलने पर सदन में जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने सदन में ही नारेबाजी शुरू कर दी। सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष के खिलाफ नारेबाजी की। सदन का माहौल गरमाया रहा। सीएम जयराम ठाकुर जैसे ही चर्चा का जवाब देने उठेए तो कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट कर गए।

 

मानसून सत्र: सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा- सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक

 

इससे पहले  हिमाचल विधानसभा  के मानसून सत्र के आज दूसरे दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक हुई। सदन की कार्रवाई में जमकर हंगामा देखने को मिला। सदन शुरू होते ही विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई। चर्चा शुरू करते हुए नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री  ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल के हितों को बेच रही है। बीजेपी सरकार के कार्यकाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। महिलाओं के साथ बलात्कार छेड़छाड़ यहां तक कि मर्डर तक के मामले सामने आ रहे हैं। एक महिला का शव स्लीपिंग बैग में पाया गया। जिसका आज तक कोई पता नहीं चल पाया है। मुकेश की इस बात पर सदन में तीखी नोकझोंक हुई। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार ने अपने कार्यकाल में सरकारी खर्चे पर रैलियां की जिसमें अरबों रुपए पानी की तरह बहा दिए।

 

अविश्वास प्रस्ताव विपक्ष पर पड़ गया भारी

 

सीएम ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव विपक्ष पर ही भारी पड़ गया है। कर्ज को लेकर विपक्ष झूठे आंकड़े पेश कर रहें हैं। सरकार ने कर्ज कि लिमिट से कम कर्ज लिया है। सरकार ने कर्मचारियों की सभी मांगो को पूरा करने का प्रयास किया है। एनपीएस ज़ब लागू हुआ तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। देश में सबसे पहले हिमाचल में उनकी सरकार ने ही इस पर साइन किए आज बेवजह इसे तूल दिया जा रहा है।

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