आईटीबीपी का जवान पंचतत्त्व में विलीन
आईटीबीपी का जवान पंचतत्त्व में विलीन
आईटीबीपी के जवान जितेंद्र कुमार की अंतिम यात्रा में हजारों लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इस दौरान ‘बिट्टू भाई अमर रहे, जब तक सूरज-चांद रहेगा, बिट्टू भाई का नाम रहेगा और वंदे मातरम के नारों से आकाश गूंज रहा था। तकीपुर से बाथू पुल तक काफिले के कारण जाम की स्थिति बनी हुई थी। सैकड़ों लोग शहीद की अंतिम यादों को फोन कैमरों में कैद कर रहे थे। गौर हो कि लेह में तैनात आईटीबीपी के जवान जितेंद्र कुमार का हृदय गति रुकने से देहांत हो गया था। वहीं रविवार को शहीद जितेंद्र उर्फ बिट्टू का बाथू व बनेर के संगम पर स्थित श्मशानघाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इससे पहले आईटीबीपी के जवानों ने शहीद को सलामी दी। तत्पश्चात शहीद की चिता को मुखाग्नि दी गई। इस अंतिम यात्रा में हजारों लोगों ने नम आंखों से जवान को विदाई दी। जवान जितेंद्र के पिता हेमराज भी आईटीबीपी में सेवाएं देकर सेवानिवृत्त हुए थे।