अब सत्यनिष्ठा ऐप कंट्रोल करेगी क्राइम
अब सत्यनिष्ठा ऐप कंट्रोल करेगी क्राइम
प्रदेश में घटनाओं का डाटाबेस बनाने के साथ जांच के हर पहलू में बनेगी मददगार
अब पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में डिजिटल तरीके से सत्यनिष्ठा ऐप से क्राइम कंट्रोल किया जाएगा। क्राइम घटनाओं का डाटाबेस बनाने संग जांच के हर पहलू में ऐप पुलिस की बड़ी मददगार बनेगी। ऐसे में पहाड़ी राज्य की पुलिस ने डिजिटल इंडिया की मुहिम को साकार करते हुए एक कदम आगे बढ़ाया है। इसमें यह बात भी अहम है कि आज के समय में साइबर क्राइम की घटनाओं में बड़े स्तर पर वृद्धि हुई है, जिसका सोशल मीडिया सबसे बड़ा हथियार बना हुआ है। साइबर क्राइम में अब ठगी के साथ-साथ बड़ी सनसनीखेज वारदातें भी सामने आने लगी हैं। ऐसे में डिजिटल तरीके से ही अपराधों को रोकने में पुलिस की पहल सही मायने में जमीन में उतरने से कारगर साबित हो सकती है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर अपराध नियंत्रण व विवेचन हेतु तैयार किए गए सत्यनिष्ठा ऐप का शुभारंभ धर्मशाला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया। पुलिस अधीक्षक डा. खुशहाल शर्मा (आईपीएस) जिला कांगड़ा के मार्गदर्शन में ऐप तैयार की गई है।
सत्यनिष्ठा ऐप को बनाने से अपराधों का मानचित्रण करना क्राइम मैपिंग, जिला में निजी एवं सरकारी सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से प्रभावी निगरानी करना, विभिन्न अपराधों में संलिप्त अपराधियों जैसे चोरी, सेंधमारी आदि अपराधों में संलिप्त अपराधियों का डाटाबेस तैयार करना, विभिन्न थाना क्षेत्रों के अंतर्गत घटित विभिन्न अपराधों का अध्ययन करना, और कहीं भी डाटा एंट्री करने की सुविधा प्रदान करना, अंजान व्यक्तियों, प्रवासी मजदूरों, विदेशियों व संदिंग्ध व्यक्तियों के संदर्भ में सूचनाओं का डाटाबेस तैयार करना व डाटा बैंक से सूचनाओं का उपयोग कर अपराधिक मामलों का अन्वेषण करना और यूजर फ्रेंडली आईटी सोल्यूशन बनाने के काम आएगी। सत्यनिष्ठा ऐप प्रदेश की इस तरह की पहली ऐप है, जो अभी तक ट्रायल करने हेतु इस वर्ष का डाटा एंटर किया गया है। इस ऐप को बनाने के लिए लगभग तीन लाख सत्तर हजार रुपए जिलाधीश डा. निपुण जिंदल जिला कांगड़ा द्वारा प्रदान किए गए हैं। उधर, सीएम जयराम ठाकुर ने भी कहा कि डिजिटल इंडिया में अपराध को रोकने के लिए इस तरह के कदम कारगर साबित होंगे।