डीजीपी कुंडू का दावा, पेपर लीक के किंग पिन तक पहुंचे हिमाचल पुलिस के हाथ
- डीजीपी ने ट्वीट कर दी जानकारी
शिमला। हिमाचल प्रदेश के डीजीपी संजय कुंडू ने खुलासा किया है कि हिमाचल पुलिस पेपर लीक मामले के सरगना तक पहुंच गई है और हिमाचल व राजस्थान पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले के तार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। एक ट्वीट में डीजीपी ने लिखा है- कांस्टेबल पेपर लीक में, सोलन हिमाचल और राजस्थान पुलिस गिरफ़्तार करने की हर संभव कोशिश कर रही हैं। इस का सरग़ना संदीप टेलर, आयकर विभाग चित्तौड़गढ़ राजस्थान में कर-सहायक के पद पर कार्यरत है।संदीप टेलर ने पैसे कैश और ऑनलाइन मोड से प्राप्त किए, और कुछ पैसे अपनी पत्नी के खाते में ट्रांसफर भी किए। जिससे इनकी पत्नी भी मुल्ज़िम बन गई हैं। संदीप टेलर पत्नी राजस्थान सरकार में टीजीटी है।
एसआईटी द्वारा की जा रही जांच से यह पता चला है कि संदीप दर्जी निवासी वार्ड संख्या 45, शांति नगर औद्योगिक क्षेत्र सीकर, तहसील और जिला सीकर, राजस्थान, जो चित्तौड़गढ़ में आयकर विभाग में कर सहायक समूह-सी के रूप में कार्यरत है, सोलन मॉड्यूल में पेपर लीक का सरगना है। जांच में आगे खुलासा हुआ है कि उसने दो बिचौलियों वीरेंद्र कुमार और देव राज के जरिए सोलन और अर्की क्षेत्र के 07 उम्मीदवारों से 03 लाख रुपये लिए थे, जिन्हें एसआईटी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। दोनों बिचौलियों को उनकी सेवाओं के लिए संदीप से 50 हजार रुपये मिले। उम्मीदवारों द्वारा 80-90 फीसदी भुगतान ऑनलाइन किया गया था, जबकि कुछ भुगतान नकद में किया गया था।