इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला का आठवां संस्करण शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में 26 अगस्त से 28 अगस्त तक आयोजित
इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला का आठवां संस्करण शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में 26 अगस्त से 28 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा। फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर करेंगे । ट्रांसजेंडर पर आधारित फिल्म शीर कोरमा इस सत्र में दिखाई जाएगी। शीर कोरमा फिल्म में मुख्य भूमिका में शबाना आजमी दिव्या दत्ता और स्वरा भास्कर हैं और यह फिल्म ट्रांसजेंडर इश्यूज पर मुखर होकर अपनी राय बनाने में कामयाब होती है। यह जानकारी अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ शिमला के फेस्टिवल डायरेक्टर पुष्प राज ठाकुर ने दी।
इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला में कुल 86 फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी । जिनमें 27 फिल्में अंतरराष्ट्रीय वर्ग में, 34 भारतीय फिल्में, चार हिमाचल की फिल्में और 15 फिल्में भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित फिल्में दिखाई जाएंगी।
राष्ट्रीय फिल्म अवार्डस से सम्मानित फिल्म निर्देशक फराह खातून और शंकर श्री कुमार भी फिल्म समारोह में शरीक होंगे। फिल्म फेस्टिवल में कुल 17 देशों की फिल्में दिखाई जाएंगी। जिनमें कनाडा, अमेरिका, लेबनान, स्पेन, ईरान, ताइवान, ब्राज़ील, आईसलैंड, सिंगापुर, मैक्सिको, ऑस्ट्रेलिया, ग्रीस, बेल्जियम, डेनमार्क, रशिया इत्यादि देशों की डॉक्यूमेंट्री एनिमेशन फीचर फिल्म और शार्ट फिल्म दिखाई जाएंगी।
डायरेक्टरेट ऑफ फिल्म फेस्टिवल भारत सरकार के सौजन्य से कुल राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित 16 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। जिनमें मुख्य है विजय गिरी बाबा द्वारा निर्देशित गुजराती फीचर फिल्म 21 एम यू टिफिन, शंकर श्री कुमार द्वारा निर्देशित हिंदी फीचर फिल्म अल्फा बीटा गामा, सागर पुराणिक द्वारा निर्देशित कन्नड़ फीचर फिल्म डोलू, आकृति सिंह द्वारा निर्देशित हिंदी फीचर फिल्म एट डाउन तूफान मेल, विवेक राजेंद्र दुबे द्वारा निर्देशित मराठी फिल्म फ्यूनरल , रेवंत कुमार कुरुकुंडा द्वारा निर्देशित तेलुगु फिल्म नाट्यम, गणेश हेगड़े द्वारा निर्देशित कन्नड़ फिल्म नीली हक्की, चेतन भाकुनी द्वारा निर्देशित हिंदी डॉक्यूमेंट्री फिल्म जुगलबंदी, सोहिल वैद्य द्वारा निर्देशित मराठी डॉक्यूमेंट्री फिल्म मरमर ऑफ द जंगल, मणिपुरी निर्देशक हाउबम पवन कुमार की डॉक्यूमेंट्री फिल्म पबंग श्याम, राहुल रावत द्वारा निर्देशित गढ़वाली फिल्म सनपट, लिपिका सिंह देराय द्वारा निर्देशित उड़िया डॉक्यूमेंट्री फिल्म बैकस्टेज, अनंत महादेवन द्वारा निर्देशित हिंदी डॉक्यूमेंट्री फिल्म नाकर, प्राची बरजानिया द्वारा निर्देशित गुजराती डॉक्युमेंट्री फिल्म् द स्पेल ऑफ पर्पल, किशोर कलिता द्वारा निर्देशित असमिया डॉक्यूमेंट्री फिल्म वीरांगना, जैकी आर बाला द्वारा निर्देशित संताली भाषा की फिल्म व्हिच इस तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल के दौरान आकर्षण का केंद्र होंगी जिन्हें हाल ही में भारत सरकार द्वारा 68 वे राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
इन फिल्मों के अलावा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला के कॉम्पिटेटिव सेक्शन के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय वर्ग में विभिन्न देशों की 27 फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी जबकि राष्ट्रीय वर्ग में 35 फिल्म की स्क्रीनिंग होगी यह सभी फिल्में डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म, फीचर फिल्म, एनीमेशन, और म्यूजिक वीडियो वर्ग में बेस्ट फिल्म को पुरस्कृत किया जाएगा । इस फिल्म फेस्टिवल में हिस्सा लेने देश और विदेश से 50 निर्देशक शामिल होंगे। जोकि गेयटी थिएटर में दर्शकों से रूबरू होंगे।
इस बार इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला में नेशनल फिल्म आर्काइव्स आफ इंडिया, पुणे द्वारा एक फिल्म प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा जो कि दर्शकों का फिल्म के बारे में ज्ञान बढ़ाने में सहायक होगी। इस प्रदर्शनी में फिल्म से संबंधित विभिन्न कृतियां प्रदर्शन के लिए रखी जाएंगी।
अंतराष्ट्रीय फिल्म समारोह की फ़िल्म्ज़ की स्क्रीनिंग जेल बंदियों के लिए मॉडल केन्द्रीय कारागार, कण्डा में भी की जाएगी, जिससे उन्हें भी सिनेमा के विभिन्न आयामों से रूबरू होने का मौका मिलेगा।