पीरन स्कूल में विभिन्न श्रेणियों के सात पद खाली,शिक्षक न होने से बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित
पीरन स्कूल में विभिन्न श्रेणियों के सात पद खाली ,शिक्षक न होने से बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पीरन में विभिन्न श्रेणियों के सात पद बीते एक वर्ष से रिक्त पड़े हैं जिस कारण स्कूल में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है । जिससे अभिभावकों में विभाग के प्रति रोष व्याप्त है । बता दें कि मशोबरा ब्लाॅक की अंतिम छोर की पंचायत पीरन में यह स्कूल वर्ष 2007 में अपग्रेड करके सीनीयर सकैंडरी स्कूल बनाया गया था । इस स्कूल में बीते 15 वर्षों से केवल आर्टस के केवल पांच विषय पढाए जा रहे हैं जिसमें इंगलिश, हिन्दी , राजनीति शास्त्र, इतिहास और शारीरिक शिक्षा शामिल है । जिसमें से दो विषय राजनीति शास्त्र और अ्रग्रेजी विषय के प्रवक्ताओं के पद बीते करीब एक साल से खाली चल रहे हैं । हालांकि बच्चों को यह विषय अन्य प्रवक्ताओं द्वारा पढ़ाए जा रहे हैं जिन्हें अपने विषय के अतिरिक्त दूसरे विषय पढ़ाने का भी बोझ पड़ रहा है ं। लिपिक वर्गीय कर्मचारी के दो पद रिक्त होने से कार्यालय का कार्य भी एक अधीक्षक ग्रेड-2 के कंधे पर है । इसी प्रकार पाठशाला में टीजीटी आर्टस का एक पद, पीईटी और जेओए आईटी का एक-एक पद रिक्त चल रहा है । जिसकी पुष्टि प्रधानाचार्य डाॅ0 सोहन रांटा ने की है ।
स्कूल प्रबंधन समिति के प्रधान चंचल वर्मा ने बताया कि स्कूल के रिक्त पदों को भरने बारे अनेको बार सरकार व विभाग को लिखा जा चुका है परंतु किसी भी स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है । उन्होने बताया कि इस स्कूल में बाहर से आने वाले शिक्षक आया राम गया राम बने हैं । अर्थात सरकार नई नियुक्ति अथवा ट्रांस्फर करके शिक्षकों को पीरन भेजती है और तीन माह के बाद शिक्षक अपना समायोजन चाॅइस स्टेशन पर करवा देते हैं जिससे पाठशाला में पढ़ाई प्रभावित होती है । एसएमसी प्रधान चंचल वर्मा, हंसराज, रीना मेहता, वीना देवी, नीरज ठाकुर, इंद्र सिंह, रोशन लाल, संदेश कुमार, तुलसीराम सहित क्षेत्र के लोगों ने सरकार से मांग की है कि पीरन पाठशाला में अध्यापकों के रिक्त पदों शीघ्र भरा जाए ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो । सबसे अहम बात यह है कि स्कूल में विज्ञान विषय न होने से इस दूरदराज क्षेत्र के बच्चों को विज्ञान विषय की पढ़ाई करने के लिए सोलन अथवा शिमला जाना पड़ता है ।
उप निदेशक शिक्षा अशोक शर्मा ने बताया कि उनके द्वारा पीरन स्कूल में रिक्त पड़े सभी पदों को भरने के लिए मामला निदेशालय भेजा गया है ।