मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह हुए भावुक
धर्मपुर में अपने सम्बोधन के दौरान भावुक हुए ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू, कहा सत्ता के बजाए लोगों की सेवा मेरी प्राथमिकता कसौली क्षेत्र में जल शक्ति विभाग का मण्डल तथा सुबाथू में डिग्री कॉलेज खोलने की घोषणा मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोलन जिला के कसौली विधानसभा क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे के दौरान 88.78 करोड़ रुपये की 13 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने मंडोधार में 12.69 करोड़ रुपये से निर्मित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सब्जी मंडी धर्मपुर में 72 लाख लाख रुपये से निर्मित एपीएमसी विश्राम गृह और बड़ोग, बोहली, भोजनगर बस्तियों के लिए 8.01 करोड़ रुपये की उठाऊ जलापूर्ति योजनाओं का लोकार्पण किया। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 18.83 करोड़ रुपये लागत के धर्मपुर से कठनी सड़क के उन्नयन कार्य, 9.40 करोड़ रुपये से गम्भरपुल से ममलीग सड़क के उन्नयन कार्य, 11.29 करोड़ रुपये से लौहांजी से काटल-कठार-मड़ी का घाट सड़क के उन्नयन, 10.01 करोड़ रुपये से सुखी जोहड़ी-कडां-काटल का बाग सड़क के सुधार कार्य, 1.55 करोड़ रुपये से गांव भनेत के सम्पर्क मार्ग, 1.33 करोड़ रुपये से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुल्तानपुर की विज्ञान प्रयोगशाला, 1.20 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाली उठाऊ सिंचाई योजना सुधार हरिपुर, 1.61 करोड़ रुपये लागत के ग्राम पंचायत भवन सुल्तानपुर, 12.14 करोड़ रुपये लागत की परवाणु टाउनशिप और हिम एरा शॉप मार्ट जाबली में औद्योगिक सड़कों के उन्नयन कार्यों के शिलान्यास किए। धर्मपुर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के कुछ विधायकों ने अपना ईमान बेच दिया और पार्टी के विरुद्ध जाकर राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट किया। उन्होंने कहा ‘‘जिन लोगों ने क्रॉस वोट के लिए अनैतिक आचरण अपनाया, पार्टी को धोखा दिया, उन्हें कोई दैवीय ताकत भी नहीं बचा सकती। 28 फरवरी को बजट पारित होना था, लेकिन कुछ विधायकों ने स्पीकर को धमकाया। सीपीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस की सुरक्षा में कांग्रेस पार्टी के छह बागी विधायक हेलीकॉप्टर से शिमला पहुंचे, लेकिन बजट पास करवाने के लिए विधानसभा में नहीं बैठे। आज बागी छुपे हुए हैं और परिजन भी उनके लिए परेशान हैं।’’ उन्होंने कहा कि आम लोगों को लाभ पहंुचाने के लिए वर्तमान राज्य सरकार ने बिना किसी मांग के अनेक कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, जो शायद भाजपा को पसंद नहीं आई। अपने पहले बजट में राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के प्रयास किए, जबकि इस बार दूसरे बजट में आम लोगों के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि न्यूनतम दिहाड़ी बढ़ाकर 400 रुपये की, विधवा महिलाओं के बच्चों की उच्च शिक्षा का खर्च उठाने के लिए राज्य सरकार योजना लाई तथा दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया, लेकिन जब बजट पारित करने की बारी आई तो पार्टी के ही छह विधायकों ने विश्वासघात किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की नीतियों के तहत आज प्रदेश के 4000 अनाथ बच्चे सम्मान के साथ जीवन जी रहे हैं।