सत्रः शोकोद्गार से शुरुआत, काली पट्टी लगाकर पहुंचा विपक्ष दिया अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस
- आज सुबह 10 बजे विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा गया
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र के पहले दिन कांग्रेस जयराम सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई है। सुबह 10 बजे सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सौंपा गया। सदन में सभी कांग्रेसी व माकपा विधायक काली पट्टी लगा कर आए हैं। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के नेतृत्व में आज सुबह 10 बजे विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा गया। उनके साथ सुखविंदर सिंह सुक्खू, रामलाल ठाकुर, आशा कुमारी व हर्षवर्धन चौहान भी थे। अविश्वास प्रस्ताव के पीछे तर्क है कि सरकार ने किसानों, बागवानों की उपेक्षा की, कर्मचारियों के आंदोलनों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा, बेरोजगारों को रोजगार देने के मामले में सरकार विफल रही है। पांच साल के सत्ता काल के दौरान हर वर्ग की उपेक्षा की, उनकी आवाज को अनसुना किया।
विपक्षी कांग्रेस के तेवर देखते हुए तय हो गया है कि मानसून सत्र के पहले दिन जोरदार हंगामा होगा। सदन के बाहर भी सरकार के खिलाफ विपक्ष के तेवर तीखे रहेंगे। सदन के भीतर कांग्रेस की ओर से सरकार पर भ्रष्टाचार करने के आरोप मंत्रियों पर विशेष तौर पर केंद्रित रहेंगे। जाहिर है 68 सदस्यों वाली हिमाचल प्रदेश विधानसभा में भाजपा के 43 सदस्य हैं, जबकि दो निर्दलीय विधायकों का भी सरकार को समर्थन है। वहीं कांगेस के पास 22 विधायक हैं व एक सदस्य सीपीआइएम से हैं। सरकार पूरी तरह से बहुमत में है।