सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लिखी नई इबादत, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने ओ पी एस के लिए घाटे को देखते हुए भरी थी हामी ,सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जीता प्रदेश की गाथा लिखने वाले कर्मचारियों का दिल
शिमला विमल शर्मा……… हिमाचल के इतिहास में सुखविंदर सिंह सुक्खू एसी गाथा लिखने में कामयाब हुए जो आज तक कोई भी मुख्यमंत्री नहीं लिख पाया जिसकी मिसाल आज हिमाचल प्रदेश के लाखों सरकारी कर्मचारियों ने अपनी आंखों से रूबरू होकर देखी पूर्व केंद्र में अटल बिहारी वाजपेई की सरकार ने पूरे देश में सरकारी कर्मचारियों की पेंशन बंद करने का ऐलान किया था जिसमें उन्होंने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से इस बारे में सुझाव मांगे थे जिसमें हिमाचल प्रदेश भी एक था उस दौरान हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह हुआ करते थे उन्होंने प्रदेश की वित्तीय स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार के ओल्ड पेंशन स्कीम को बंद करने के लिए हामी भरी थी जिसके चलते केंद्र सरकार ने फिर अन्य प्रदेशों के मुकाबले हिमाचल में भी ऑफिस को बंद कर दिया जिसके चलते पूरे देश में सिर्फ दो ही प्रदेश रह गए जहां पर वह पीएस लागू रही बाकी अन्य राज्यों में वह पुरानी पेंशन बंद करने के लिए सभी मुख्यमंत्रियों ने लिख कर दिया हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल के इतिहास में विकास की एक नई गाथा लिख दी है सुखविंदर सिंह सुक्खू ऐसे पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं जिन्होंने हिमाचल प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों का दिल जीत लिया है और आम परिवार के प्रति उनकी संवेदना और अपनापन जनता स्वीकार कर रही है क्योंकि सुखविंदर सिंह सुक्खू के जीवन पर अगर नजर दौड़ाई जाए तो वह हमेशा आम व गरीब परिवार के साथ ज्यादा सहज महसूस करते हैं वनस्पति अमीर व पूंजीपति लोगों के साथ उनका जनता नहीं दिखाई देता यह सब कुछ नजारा जो लोग उनके नजदीकी रहे हैं उन्होंने देखा है बहरहाल जो भी है हिमाचल प्रदेश कांग्रेसमें सुखविंदर सिंह सुक्खू ऐसे पहले मुख्यमंत्री के रूप में उबर रहे हैं जो गरीब व आम जनता के स्वभाव और जमीनी स्तर पर कार्य करने के लिए माने जाते हैं जहां तक पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की कार्यप्रणाली का प्रश्न है उसमें भी प्रदेश के गरीब व आम जनता के प्रति जो नीतियां अपनाई गई उन्हीं को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी कमर बांध ली है राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है सुखविंदर सिंह सुक्खू अपनी राजनीतिक और सरकार में बैठकर कार्यप्रणाली वीरभद्र सिंह की कार्यप्रणाली की झलक मिलती है उनके दिल में भी विशेषकर अनाथ बच्चों के लिए जो वह स्कीम चलाई गई है वह सराहनीय है इस तरह की स्कीम पूरे देश में किसी भी राज्य में नहीं चलाई गई है इससे पता चलता है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू के मानवीय दृष्टिकोण के प्रति कितनी गहरी संवेदना है और यह संवेदना प्रदेश के गरीब और आम परिवार के प्रति भी झलकती है बहरहाल जो भी है सुखविंदर सिंह सुक्खू का अभी तक का कार्यकाल का आकलन जो राजनीतिक विशेषज्ञ कर रहे हैं वह काफी बेहद उत्साहित है और उन में काम करने की जो इच्छा शक्ति है वह काबिले तारीफ है वही साथ-साथ यह भी चर्चा गरम रहती है कि उनके सर्कल में जो अधिकारी और बड़े राजनेता हैं जो विशेषकर ऐसे राज्यों में जहां पर औद्योगिक क्षेत्र हैं वहां पर ऐसे अफसरों को बढ़ाने की जरूरत है जो मुख्यमंत्री की छवि को बेहतर कर सकें