जल रक्षक 8 साल में दैनिक भोगी होंगे……. मुख्यमंत्री
शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपाशा सदन में एक शाम मंडी के कर्मचारियों के नाम कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इसमें सीएम ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी (क्लास डी) के सभी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 साल निर्धारित करने और जलरक्षकों को आठ साल में दैनिकभोगी की श्रेणी में लाने पर सरकार विचार करेगी। अभी जलरक्षकों की अंशकालिक अवधि 12 साल निर्धारित है। मुख्यमंत्री ने कि एचआरटीसी परिचालकों और कर्मचारियों की समस्या का भी जल्द समाधान किया जाएगा। राज्य के एक लाख से अधिक न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) कर्मचारियों को लाभान्वित करने के साथ-साथ उन्हें ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) कर्मचारियों के समान डेथ कम रिटायरमेंट ग्रेच्युटी (डीसीआरजी) का लाभ प्रदान करने के लिए एनपीएस के योगदान को 10 से बढ़ाकर 14 प्रतिशत किया गया है। इसके साथ ही ग्रेच्युटी की ऊपरी सीमा भी बढ़ा दी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि एनएचएम कर्मचारियों से संबंधित समस्या का जल्द समाधान होगा। राज्य सरकार ने कर्मचारियों के लिए हाउस, बिल्डिंग एडवांस की दरों, पात्रता और सीलिंग में संशोधन को भी मंजूरी दे दी है और हाउस बिल्डिंग एडवांस की अधिकतम सीमा अब मूल वेतन का 25 गुना होगी। सीएम ने मंडी में एनजीओ भवन के लिए 15 लाख और मंडी में कर्मचारियों के लिए सरकारी आवास की मरम्मत के लिए दो करोड़ रुपये देने की घोषणा की। इस अवसर पर कर्मचारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष घनश्याम शर्मा, प्रदेश कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष अश्विनी ठाकुर, एनजीओ फेडरेशन के महासचिव राजेश शर्मा, मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा, बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी, द्रंग के विधायक जवाहर सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।