सुदृढ़ लोकतंत्र के लिए शत प्रतिशत मतदान आवश्यक
सुदृढ़ लोकतंत्र के लिए शत प्रतिशत मतदान आवश्यक
शिमला, 28 अक्टूबर
निर्वाचक प्रक्रिया में लोगों की सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से 62- कसुम्पटी निर्वाचन क्षेत्र में अनेकों जन जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी आज यहां रिटर्निंग अधिकारी 62- कसुंपति विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र डॉ पूनम ने दी।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रमों की इसी कड़ी में आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जुन्नगा एवं राजकीय उच्च पाठशाला भड़ेच मे अध्यापकों एवं विद्यार्थियों को जागरूक किया गया।
उन्होंने कहा कि सभी को इस पर्व में हिस्सा लेना चाहिए। बेहतर सरकार चुनने के लिए जरूरी है कि सभी मतदान करें। मत का प्रयोग किसी के दबाव या लालच में आकर नहीं करना चाहिए। मतदाता को सोच विचार करने के बाद ही अपनी मर्जी से मत का प्रयोग करना चाहिए।
शत-प्रतिशत मतदान ही सुदृढ़ लोकतंत्र का स्तंभ है इस अवसर पर विद्यार्थियों से भी प्रतिज्ञा करवाई गई कि वे सभी बर्जुर्गों , युवाओं और महिलाओं को चुनाव में बढ़-चढ़ भाग लेने के लिये प्रेरित करेगें।
संजौली वृत की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ को किया गया जागरूक
सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता (स्वीप) के नोडल अधिकारी दिलीप वर्मा और हेमंत वर्मा द्वारा शुक्रवार को संजौली वृत की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ को चुनावों में लोगों द्वारा अधिक से अधिक मतदान के उद्देश्य से जागरूक किया।
इस अवसर पर स्वीप के नोडल अधिकारी ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि वोट की शक्ति लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए मतदान सबसे प्रभावी माध्यम है। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ममता पॉल ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ को विधानसभा निर्वाचन 2022 में अपने कार्यक्षेत्र के सभी मतदाताओं को वोट देने के लिए प्रेरित करने का आहवान किया। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ से चुनाव के दिन नवजात शिशुओं को मतदान केंद्र पर देखभाल करने बारे आग्रह किया ताकि नवजात शिशु की माताये भी मताधिकार का प्रयोग कर सके ।
कार्यक्रम में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जुन्नगा की प्रधानाचार्या सुमन चंदेल, राजकीय उच्च पाठशाला भड़ेच के मुख्याध्यापिका संगीता गुप्ता, वृत पर्यवेक्षिका कमला रांटा, नर्वदा शर्मा, सुशीला नेगी व 35 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, विद्यालय के नोडल अधिकारी, प्राध्यापक, अध्यापक, अन्य कर्मचारी व छात्र उपस्थित थे।