राजधानी शिमला में पानी के मुद्दे को नगर निगम के मासिक हाउस में हुआ जमकर हंगामा…..
हिमाचल…. में प्राकृतिक आपदा का असर हर जगह दिखाई दे रहा है। राजधानी शिमला में पानी के मुद्दे को लेकर नगर निगम के मासिक हाउस में जम कर हंगामा हुआ। बीजेपी पार्षदों ने शिमला शहर में बीते दिनों हुई पानी की किल्लत को लेकर हाउस के अंदर खूब शोरशराबा किया। बीजेपी पार्षद कुर्सी से उतर कर जमीन पर बैठ गए और सदन के अंदर ही सत्ता पक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान पार्षदों ने प्रशासन पर पानी के लिए बीजेपी शासित पार्षदों के क्षेत्रों में सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया।
पिक एंड चूज कर रही है सरकार
बीजेपी पार्षद सरोज ठाकुर ने कांग्रेस शासित शिमला नगर निगम पर पानी के आवंटन को लेकर बीजेपी पार्षदों के इलाकों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है।सरोज ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के पार्षद कहते हैं कि उनके इलाकों में पानी की कोई समस्या नहीं है जबकि बीजेपी शासित वार्डों में बीते दिनों से पानी की समस्याएं चल रही हैं ,जिसके साफ तौर पर मायने यह है कि सरकार पिक एंड चूज कर रही है। इसके अलावा सरोज ठाकुर ने गाद हटाए जाने को लेकर भी नगर निगम पर मिसमैनेजमेंट का आरोप लगाया है।
पानी के आवंटन पर वीआईपी ट्रीटमेंट देने का आरोप
वहीं से ढली वार्ड से बीजेपी पार्षद कमलेश मेहता ने कांग्रेस शासित नगर निगम पर पानी के आवंटन पर भी वीआईपी ट्रीटमेंट देने का आरोप लगाया है। कमलेश मेहता ने कहा कि उनके वार्ड से किसी व्यक्ति ने जब पानी की मांग की तो प्रशासन की ओर से पहले शहर में वीआईपी को पानी देने की बात की गई, जिसके बाद पानी बचने पर उन तक पानी पहुंचाने की बात कही गई।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता पक्ष के पार्षद खुद इस बात को मान रहे हैं कि उनके वार्ड में पानी की कोई समस्या नहीं है जबकि शहर में लोग पाने की समस्या से जूझ रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने पानी के मुद्दे पर समाधान ना होने की स्थिति में सीएम तक जाने की बात कही है।