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हिमाचल में महंगाईः सीमेंट कंपनियों ने फिर बढ़ाए दाम

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शिमला, विमल शर्मा
हिमाचल प्रदेश में सीमेंट का खेल जनता पर भारी पड़ रहा है। प्रदेश में बन रहा सीमेंट बाहरी राज्यों की अपेक्षा हिमाचल में ही महंगा बिक रहा है।जिससे जनता परेशान हो उठी है सीमेंट का खेल वर्तमान सरकार के कार्यकाल में ही नहीं बल्कि पूर्व की सरकारों में भी बदस्तूर जारी रहा है। हिमाचल प्रदेश में तीन बड़ी कंपनियां सीमेंट का उत्पादन कर रही है और हजारों बीघा जमीन पर खड़े पहाड़ काट दिए गए हैं। विकास के नाम पर पर्यावरण से छेड़छाड़ और हिमाचल के प्राकृतिक संसाधनों से छेड़छाड़ बदस्तूर जारी है। पहले आरोप लगते रहे हैंं कि सीमेंट कंपनियां पहाड़ों से निकलने वाला क्लिंकर जनता से अधिक निकाल कर बाहरी राज्यों को ले जाया जाता था। यह खेल भी सालों तक चलता रहा, जिससे हिमाचल सरकार को और वो रुपए का चूना लगा। इसके बाद जब कंपनियों ने सीमेंट का उत्पादन प्रदेश में ही शुरू किया तब से नया खेल शुरू हो गया वह है सीमेंट के दामों में बढ़ोतरी।
पूर्व की कांग्रेस सरकार के समय भी सीमेंट कंपनियों के मनमाने रवैया पर लगाम नहीं लग पाई और अब भाजपा सरकार के समय भी सीमेंट कंपनियों पर लगाम लगती नहीं दिख रही है। हैरानी तो इस बात की है कि प्रदेश में ही सीमेंट का उत्पादन हो रहा है और प्रदेश की जनता को बाहरी राज्यों की अपेक्षा प्रदेश में सीमेंट महंगा मिल रहा है। इसे त्रासदी कहे या फिर राजनीतिक अक्षमता का नमूना। जब सीमेंट के दाम बढ़ते हैं तब तक राजनीतिक दल जो सत्ता में बैठी है। वह कुछ सीमेंट के दामों में कमी तो करती है लेकिन जो ना कफी होता है। इन कंपनियों के मनमाने रवैया से राज्य सरकारों पर गंभीर आरोप भी लगते रहे हैं, लेकिन लोगों को आज तक राहत नहीं मिल पाई और ना ही सरकार ऐसी कोई नीति बना पाई जिसमें स्पष्ट तौर पर निर्देश जारी हो कि प्रदेश में उत्पादित होने वाले किसी भी तरह के उत्पाद के दाम अन्य राज्यों की अपेक्षा कम होने चाहिए ताकि लोगों को राहत मिल सके।
मिली जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश में कोरोनाकाल में महंगाई की मार लगातार आम आदमी पर गिर रही है। सीमेंट कंपनियों ने प्रदेशभर में सीमेंट के दामों में दोबारा बढ़ोतरी कर दी है। एसीसी, अल्ट्राटेक और अंबुजा सीमेंट के दामों में 10 रुपये प्रति बैग का इजाफा किया गया है। ऐसे में अब घर बनाना महंगा हो गया है।
शिमला में एसीसी सीमेंट के दाम पहले 440 रुपये प्रति बैग थे, जो अब 450 से बैग हो गए हैं। इसी तरह शिमला के ऊपरी इलाकों में सीमेंट का दाम प्रति बैग 460 रुपये के करीब पहुंच गया है। हिमाचल के ऊना में अब 420 से 425 रुपये प्रति बैग मिल रहा है। इससे पहले, यह 410 रुपये के करीब था। लगातार हिमाचल में सीमेंट महंगा हो रहा है, जबकि पंजाब और हरियाणा में सीमेंट सस्ता मिल रहा है। अलग-अलग जिलों में अलग-अलग रेट
हिमाचल में बिलासपुर के बरमाणा और सोलन के दाड़लाघाट में सीमेंट के प्लांट हैं। यहां से ट्रासपोटेशन के आधार पर अलग-अलग जिलों में सीमेंट के अलग अलग दाम हैं। शिमला में जहां कैरिज के चलते दाम अधिक हैं। वहीं, मैदानी इलाकों में ऊना सहित कई जिलों में दाम कम हैं। हालांकि, महंगाई की मार से घर बनाने वालों को जेब और ढीली करनी पड़ रही है।

5 महीने में 30 रुपये बढ़ गए रेट
हिमाचल में बीते साल अक्तूबर में दो बार 20 रुपये प्रति बैग सीमेंट का दाम बढ़ा था। अब फिर से दाम बढ़ाए गए हैं. पांच महीने में सीमेंट के दामों में 30 रुपये इजाफा हुआ है और भवन निर्माण कर रहे लोगों को इससे बड़ा झटका लगा है. प्रदेश में अब सीमेंट बैग की कीमत 450 रुपये तक पहुंच गई है।

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