मुख्यमंत्री ने शतरंज ओलंपियाड की मशाल रिले प्राप्त की
शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान शिमला में शतरंज ओलंपियाड के 44वें सत्र की मशाल रिले ग्रैंड मास्टर दीप सेन गुप्ता से प्राप्त की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 जून, 2022 को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में शतरंज ओलंपियाड के मशाल रिले का शुभारंभ किया था। इस मशाल को चेन्नई के पास महाबलीपुरम में पहुंचने से पहले 40 दिनों की अवधि में 75 शहरों में ले जाया जाएगा।
इस अवसर पर जय राम ठाकुर ने मशाल रिले की नई परंपरा की पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस साल भारत शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी भी करने जा रहा है। आज जब भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगाठ के अवसर पर अमृत महोत्सव मना रहा है, तो यह शतरंज ओलंपियाड मशाल देश के 75 शहरों में जा रही है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भारत के वैभवपूर्ण इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे पूर्वजों ने विश्लेषण क्षमता का अद्भुत इस्तेमाल करते हुए शतरंज जैसे खेलों का अविष्कार किया था। यह खेल आज पूरे विश्व में लोकप्रिय हो चुका है।
उन्होंने कहा कि शतरंज खेल व्यक्ति के मस्तिष्क में ऊर्जा का संचार करता है। इससे हमें निरंतर अपने ध्येय की ओर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।
44वां शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त, 2022 तक चेन्नई में आयोजित किया जाएगा। वर्ष 1927 से आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी भारत में पहली बार और 30 साल बाद एशिया में हो रही है। 189 देशों के भाग लेने के साथ ही यह किसी भी शतरंज ओलंपियाड में सबसे बड़ी भागीदारी होगी।
इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री ने मशाल रिले ग्रैंड मास्टर दीप सेन गुप्ता को सौंपी और इसे चंडीगढ़ के लिए रवाना किया।
इससे पूर्व, हिमाचल प्रदेश शतरंज एसोसिएशन के महासचिव संजीव ठाकुर ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और शतरंज ओलंपियाड की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. राम लाल मारकंडा, सचिव युवा सेवाएं एवं खेल राजीव शर्मा, उपायुक्त आदित्य नेगी, पुलिस अधीक्षक डॉ. मोनिका, निदेशक युवा सेवाएं एवं खेल राजेश शर्मा, खेल प्राधिकरण भारत सरकार की निदेशक ललिता शर्मा, नेहरू युवा केंद्र के राज्य निदेशक सैमसन मसीह, कार्यकारी निदेशक, भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान प्रेम चंद, विभिन्न खिलाड़ी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।