हिमाचल – संदीप कौशल बने म्यांमार के मांडले में भारत के नए कौंसल जनरल, हिमाचल का नाम किया दुनिया में रोशन…..
हिमाचल प्रदेश के सबसे साक्षर जिला हमीरपुर की तहसील गलोड़ की ग्राम पंचायत सरेड़ी के संदीप कौशल मांडले (म्यांमार) में भारत के नए कौंसल जनरल नियुक्त किए गए हैं। उनकी इस उपलब्धि से पूरे हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन हुआ है। वर्ष 2017 बैच के आईएफएस अधिकारी संदीप कौशल ने अपना कार्यभार संभालते हुए स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मांडले में भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया। इससे पूर्व वह विदेश मंत्रालय के अलावा मिस्र और सउदी अरब में भारत दूतावास में सेवाएं दे चुके हैं। उनकी काबिलीयत की वजह से उन्हें मांडले में भारत का नया कौंसल जनरल बनाया गया है। उनकी इस
उपलब्धि से उनके परिजन भी खासे उत्साहित हैं। उनके पिता रमेश कौशल भी विदेश मंत्रालय में ही सेवारत हैं तथा माता सुदेश कौशल गृहिणी हैं। संदीप कौशल की बहन अमन कौशल ने पीएचडी कर रखी है तथा कनाडा में सेटल्ड हैं। बता दें कि संदीप कौशल का जन्म वर्ष 1994 को हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली में हुई है तथा उन्होंने जमा दो की पढ़ाई हांगकांग से पूरी की है। इसके बाद उनका चयल आईआईटी दिल्ली में हुआ।उसके बाद प्रथम प्रयास में ही उन्होंने आईएफएस की परीक्षा पास कर ली थी। उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में अव्वल आकर हमीरपुर जिला के छोटे से गांव सरेड़ी को 2017 में सुर्खियों में ला दिया था। अपनी पहली पसंद के अनुसार उन्होंने भारतीय विदेश सेवा को चुना। हाल ही में संदीप कौशल और रितू यादव परिणय सूत्र में बंधे हैं। दोनों की मुलाकात लाल बहादुर शास्त्री अकादमी मसूरी में वर्ष 2017 में ट्रेनिंग के दौरान हुई थी। रितू यादव भी भारतीय विदेश सेवा की 2017 बैच की अधिकारी हैं और वर्तमान में सउदी अरब में भारतीय दूतावास में सेवाएं दे रही हैं। उनका तबादला भी म्यांमार की राजधानी नेपीताव में हाल ही में खुले भारतीय दूतावास के संपर्क कार्यालय (लायसन ऑफिस) की प्रमुख के लिए नामित है और वह शीघ्र ही पद ग्रहण कर सकती हैं। हमीरपुर के सरेड़ी जैसे छोटे से कस्बे के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। संदीप कौशल प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने अपनी काबिलीयत से दिखा दिया कि कोई भी मुकाम हासिल करना कठिन नहीं होता। यदि जज्बा व जुनून कूट-कूटकर भरा हो, तो किसी भी मंजिल को प्राप्त किया जा सकता हैं।