कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने शिमला विधानसभा क्षेत्र से टिकेंद्र सिंह पंवर को प्रत्याशी बनाया
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी की हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी ने शिमला विधानसभा क्षेत्र से टिकेंद्र सिंह पंवर को प्रत्याशी बनाया है। यह जानकारी पार्टी के राज्य सचिव डॉ ओंकार शाद ने दी। टिकेंदर सिंह पंवार सीधे चुनावों में जीतकर शिमला शहर के उप महापौर रह चुके हैं। उनके नेतृत्व में शिमला शहर में विकास के लिए कई पहलकदमियां शुरू हुई थी। उनके प्रयासों और शिमला शहर की जनता की सक्रीय भागीदारी से शहर में Hazard Vulnerability Risk Assessment, City Resilience Index, Comprehensive Mobility Plan, City Sanitation Plan, और स्मार्ट सिटी सहित कई कार्यक्रमों की योजना शुरू की गई थी। वह 74वें संवैधानिक संशोधन की समीक्षा के लिए भारत सरकार द्वारा गठित टास्क फाॅर्स के सक्रीय सदस्य थे, जिसका मकसद स्थानीय निकायों के शासन का विकेन्द्रीयकरण है। वह न केवल शिमला शहर की जनता के नेता है बल्कि शिमला शहर के विकास के लिए उनके पास एक दृष्टिकोण भी है। शिमला शहर में अनुकरणीय काम के अनुभव के साथ वह शहर के विकास विशेष तौर पर जनपक्षीय विकास के लिए प्रशिक्षित हैं। उन्होंने जर्मनी के लीपज़िग (Leipzig) शहर से अर्बन मोबिलिटी (urban mobility) में फ़ेलोशिप की है। चीन के संघाई शहर की CEPLAP अकादमी से शहरीकरण पर उनका प्रशिक्षण हुआ है। उन्होंने अपने शहर का प्रतिनिधित्व करते हुए कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर शहरीकरण पर अपने अनुभवों द्वारा निर्णायक हस्तक्षेप किये हैं। उन्होंने सिंगापूर की NTU विश्विधालय के प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया है। वह COP – 21 के प्रतिभागी थे और पेरिस में जलवायु परिवर्तन पर वक्ता थे। पूरे देश में शहरीकरण और शहरों के प्रशासन, जनता की भागीदारी से शासन, शहरो में कचरा प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन और शहरी जीवन पर इसके प्रभाव आदि विषयो पर टिकेंदर एक उभरते हुए विशेषज्ञ हैं। देश में कई शहरो के विकास की योजना में वह योगदान दे रहे हैं। पिछले कुछ वर्षो में लद्दाख के चुनौतीपूर्ण वातावरण और परिस्थितियों में शहर के प्रशासन और विकास की योजना बनाने और लागू करने वह निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं ।
टिकेंद्र पंवर वर्ष 1988 में छात्र आंदोलन से जुड़े व एसएफआई के राज्य स्तरीय नेता बने। वह युवाओं के संगठन डीवाईएफआई के राज्य सचिव व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे। वह किसान संगठन हिमाचल किसान सभा के प्रदेशाध्यक्ष रहे। वह सीपीआईएम राज्य सचिवमण्डल के सदस्य रहे। वह जनता के संघर्षों व आंदोलनों के अग्रणी नेता रहे। नगर निगम शिमला में उप महापौर के पद पर रहते हुए उन्होंने शिमला शहर के लिए अनेकों यादगार कार्य किये जिसमें स्मार्ट सिटी,आजीविका भवन,टूटू सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट,शहर में अनेकों पार्किंगों की स्थापना के लिए अग्रणी भूमिका शामिल है।