सुक्खू का साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय, कर दिया व्यवस्था परिवर्तन, भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं, हमीरपुर स्टाफ सिलेक्शन कमीशन सस्पेंड
शिमला. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए हमीरपुर स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को सस्पेंड कर दिया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ सुक्खू का यह बड़ा निर्णय है। सुक्खू लगातार कहते आ रहे हैं वह व्यवस्था परिवर्तन के लिए सत्ता में आए हैं और आज व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में बड़ा निर्णय लिया है। सुक्खू ने इस निर्णय से सीधा संदेश दिया है कि कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को भंग करने के साथ ही सेकेट्री जितेंद्र कुमार और डिप्टी सेकेट्री संजीव कुमार को भी पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। स्टाफ सिलेक्श्न कमीशन में एडीसी हमीरपुर को ओएसडी लगाया है। सुक्खू ने स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को रद्द करने का निर्णय जेओए आईटी को पेपर लीक होने के मामले को लेकर लिया है।
सुक्खू का स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को सस्पेंड करने का निर्णय ऐतिहासिक इसलिए भी है क्योंकि शायद अभी तक किसी भी सरकार के समय इतना बड़ा निर्णय नहीं लिया गया। पूर्व भाजपा सरकार के समय पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ। लाखों रुपए में बेंचा गया लेकिन भाजपा सरकार के समय जांच ही होती रही, किसी के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई सरकार ने नहीं की। पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले की जांच पहले एसआईटी ने किया और अब सीबीआई कर रही है। लेकिन पूर्व भाजपा सरकार ने प्रथम दृष्टया दोषी किसी भी अधिकारी और कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं की। कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनावों में पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले को लेकर भाजपा सरकार को घेरा। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी हिमाचल चुनाव के दौरान पुलिस भर्ती मामले को लेकर भाजपा को घेरा था। प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार बनते ही हमीरपुर स्टाफ सिलेक्शन कमीशन में जेओए आईटी का पेपर लीक हुआ। बिजिलेंस ने कमीशन की महिला कर्मचारी को गिरफ्तार किया। अभी मामले की जांच हो रही हैं लेकिन मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम उठाते हुए स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को सस्पेंड कर दिया है। जिससे सुक्खू ने साफ कर दिया कि कांग्रेस सरकार किसी भी प्रकार से भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी। भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जिससे भ्रष्टाचार का अड्डा बना स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को ही सस्पेंड कर दिया। अभी पेपर लीक मामले की जांच चल रही है। पूर्व में हुई परीक्षाओं की भी जांच होगी। संभावना यह भी है कि बिजिलेंस लंबे समय से कमीशन में सेकेट्री के पद पर बैठे जितेंद्र कुमार से भी पूछताछ करेगी। अभी तो सरकार ने सेकेट्री और डिप्टी सेकेट्री को पद से हटा दिया है। पेपर लीक मामले में सुक्खू ने कहा कि यह पूर्व भाजपा सरकार के समय का स्यापा है। जिसे अब कांग्रेस सरकार सही करेगी। पूर्व सरकार की करतूतों के कारण ही युवाओं के भविष्य से खिलबाड़ होता रहा लेकिन कांग्रेस सरकार इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
शिमला. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए हमीरपुर स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को सस्पेंड कर दिया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ सुक्खू का यह बड़ा निर्णय है। सुक्खू लगातार कहते आ रहे हैं वह व्यवस्था परिवर्तन के लिए सत्ता में आए हैं और आज व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में बड़ा निर्णय लिया है। सुक्खू ने इस निर्णय से सीधा संदेश दिया है कि कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को भंग करने के साथ ही सेकेट्री जितेंद्र कुमार और डिप्टी सेकेट्री संजीव कुमार को भी पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। स्टाफ सिलेक्श्न कमीशन में एडीसी हमीरपुर को ओएसडी लगाया है। सुक्खू ने स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को रद्द करने का निर्णय जेओए आईटी को पेपर लीक होने के मामले को लेकर लिया है। सुक्खू का स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को सस्पेंड करने का निर्णय ऐतिहासिक इसलिए भी है क्योंकि शायद अभी तक किसी भी सरकार के समय इतना बड़ा निर्णय नहीं लिया गया। पूर्व भाजपा सरकार के समय पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ। लाखों रुपए में बेंचा गया लेकिन भाजपा सरकार के समय जांच ही होती रही, किसी के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई सरकार ने नहीं की। पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले की जांच पहले एसआईटी ने किया और अब सीबीआई कर रही है। लेकिन पूर्व भाजपा सरकार ने प्रथम दृष्टया दोषी किसी भी अधिकारी और कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं की। कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनावों में पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले को लेकर भाजपा सरकार को घेरा। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी हिमाचल चुनाव के दौरान पुलिस भर्ती मामले को लेकर भाजपा को घेरा था। प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार बनते ही हमीरपुर स्टाफ सिलेक्शन कमीशन में जेओए आईटी का पेपर लीक हुआ। बिजिलेंस ने कमीशन की महिला कर्मचारी को गिरफ्तार किया। अभी मामले की जांच हो रही हैं लेकिन मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम उठाते हुए स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को सस्पेंड कर दिया है। जिससे सुक्खू ने साफ कर दिया कि कांग्रेस सरकार किसी भी प्रकार से भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी। भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जिससे भ्रष्टाचार का अड्डा बना स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को ही सस्पेंड कर दिया। अभी पेपर लीक मामले की जांच चल रही है। पूर्व में हुई परीक्षाओं की भी जांच होगी। संभावना यह भी है कि बिजिलेंस लंबे समय से कमीशन में सेकेट्री के पद पर बैठे जितेंद्र कुमार से भी पूछताछ करेगी। अभी तो सरकार ने सेकेट्री और डिप्टी सेकेट्री को पद से हटा दिया है। पेपर लीक मामले में सुक्खू ने कहा कि यह पूर्व भाजपा सरकार के समय का स्यापा है। जिसे अब कांग्रेस सरकार सही करेगी। पूर्व सरकार की करतूतों के कारण ही युवाओं के भविष्य से खिलबाड़ होता रहा लेकिन कांग्रेस सरकार इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।