एसजेवीएन को 13वें सीआईडीसी विश्वकर्मा अवार्डों से सम्मानित किया

शिमला। एसजेवीएन को ‘कोरोना वारियर्स अवार्ड’ और ‘पार्टनर्स इन प्रोग्रेस’ की श्रेणियों में 13वें सीआईडीसी विश्वकर्मा पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया है। एसजेवीएन को ये प्रतिष्ठित अवार्ड कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, शिक्षा एवं कौशल विकास, संरचनात्मक विकास और सततशील विकास में असाधारण योगदानों और पहलों के लिए प्रदान किए गए है। इन दो अवार्डों के अलावा, श्रीमती गीता कपूर निदेशक (कार्मिक) एवं अध्यक्ष, एसजेवीएन फाउंडेशन को भी ‘व्यक्तिगत क्षमता में सीआईडीसी चेयरमैनस् कॉमेन्डेशन ट्रॉफी’ से सम्मानित किया गया है।ये अवार्ड श्रीमती गीता कपूर, निदेशक (कार्मिक) द्वारा डॉ. पी. आर. स्वरूप, महानिदेशक, सीआईडीसी से नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में प्राप्त किया गया है। श्री नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने कहा कि यह संगठन के लिए एक गर्व का अवसर है और इन अवार्डों की प्राप्ति एसजेवीएन द्वारा किए गए उत्कृष्ट सीएसआर योगदानों का प्रमाण है। श्री शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन सदैव एक जिम्मेदार कारपोरेट निकाय के रूप में अपनी भूमिका में अग्रणी रहा है और अपने हितधारकों और समाज के प्रति कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) गतिविधियों में मार्गदर्शक रहा है। स्थापना के बाद से एसजेवीएन ने शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, संरचनात्मक विकास, महिला एवं बाल कल्याण, सततशीलता, प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता आदि शीर्षों के तहत विभिन्न सीएसआर गतिविधियों में 340 करोड़ रुपए से अधिक का व्यय किया गया है। श्री शर्मा ने अवगत कराया कि आरंभ में ही, एसजेवीएन ने वैश्विक महामारी (कोविड -19) के खतरे को महसूस कर लिया था और केंद्र तथा राज्य सरकारों को वित्तीय सहायता सहित राहत और सहायता के उपायों को तुरंत शुरू कर दिया था। श्री शर्मा ने आगे बताया कि एसजेवीएन ने हिमाचल प्रदेश में कोविड टीकाकरण के लिए कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत किया है। इसके अतिरिक्त सरकारी अस्पतालों को वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीमीटर, फाउलर बेड आइसोलेशन बेड की स्थापना जैसे चिकित्सा उपकरणों के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की गई।श्रीमती गीता कपूर, निदेशक (कार्मिक) ने अवगत कराया कि एसजेवीएन ने कोविड के चरम समय में लोगों को मास्क, दस्ताने, पीपीई किट, सैनिटाइज़र, कीटाणुनाशक आदि जैसी सुरक्षा और स्वच्छता की वस्तुओं का उदारतापूर्वक वितरण किया। इसके अलावा, उस अवधि के दौरान, महामारी के दौरान जरूरतमंदो लोगों के साथ-साथ विभिन्न कोरोना योद्धाओं को भी उदारतापूर्वक खाद्य सामग्री प्रदान की गई और स्थानीय समुदायों के घर-द्वार पर निर्बाध चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित की गईं।निर्माण उद्योग विकास परिषद (सीआईडीसी), योजना आयोग, भारत सरकार और भारतीय निर्माण उद्योग द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित किया गया है। यह भारत में निर्माण उद्योग के लिए एक छत्र संगठन है जो उद्योग को लाभ पहुंचाने के लिए अनेक प्रकार की गतिविधियां करता है।