ऊपरी शिमला में बरसात में बंद हुई सड़कें, जगह जगह फंसा सेब: छाजटा
-सरकार का नहीं ध्यान, प्रशासन भी कुंभकर्णी नींद सोया
शिमला। जिला शिमला में सेब सीजन चरम पर है। पिछले दो सप्ताह से हो रही लगातार बारिश के कारण ऊपरी शिमला में सड़कों की हालत खस्ता हो चुकी है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव यशवंत छाजटा ने कहा कि बारिश से काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है। खासकर सेब बाहुल क्षेत्र में सड़कों की हालत बहुत ज्यादा ख़राब हो चुकी है। गांवों के लिंक रोड़ बंद पड़े हैं। कई सड़के भू सख्लन के कारण बंद पड़ी हुई है। कई रोड़ तो बारिश के कारण बह ही गए हैं।
उन्होंने कहा कि इन दिनों सेब की फसल पूरी तरह तैयार है। बागवानों ने सेब का तुड़ान शुरू कर दिया है। उन्हें चिंता सता रही है कि सड़के बंद होने से वह अपना सेब कैसे मंडियों तक पहुंचाएंगे। ऊपरी शिमला के क्षेत्रों में सड़कों की हालत को ना सुधारने को लेकर कांग्रेस महासचिव ने प्रदेश की सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार बिना कोई समय गवाएं तुरंत सड़कों को खोलने का काम शुरू करें। उन्होंने जिला प्रशासन पर भी निशाना साधा कि वह कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है। ऊपरी शिमला में सड़कों की क्या हालत है, किसान बागवान कैसे अपना माल सड़कों तक ला रहे हैं इसकी सुध लेने तक का समय प्रशासन के पास नहीं है। उन्होंने बरसात से प्रभावित सड़कों विशेषकर दूर दराज की ग्रमीण क्षेत्रों की सड़कों को तुरंत बहाल करने को भी कहा है, जिससे लोगों को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि सड़कों की हालत खस्ता होने से माल ढुलाई करने वाले बड़े वाहन चालकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इससे सेब की ढुलाई में विपरीत असर पड़ सकता है। छाजटा ने कहा कि सरकार किसानों व बागवानों को परेशान करने पर तुली हुई है। कार्टन, ट्रे, खाद, सभी चीजें मंहगी की। पहले ही लोग इनसे परेशान थे।
भट्टाकुफर मंडी की हालत भी खस्ता
छाजटा ने कहा कि भट्टाकुफर फल मंडी की हालत भी खस्ता है। बागवान यहां पर अपना माल बेचने के लिए पहुंचते हैं। पूरी मंडी में अव्यवस्था का आलम है। उन्होंने कहा कि प्रशासन के आला अधिकारियों के पास यदि समय हो तो वह खुद इसका मुआयाना करें ताकि उन्हें वास्तविकता का पता चल सके।