मुख्यमंत्री ने सराज विधानसभा क्षेत्र में 64 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए
शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मण्डी जिला के सराज विधासभा क्षेत्र में जंजैहली पर्यटन महोत्सव-2022 के समापन समारोह के अवसर पर लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए एक व्यापक विकास योजना तैयार की जाएगी, ताकि यह एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में उभर सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जंजैहली पर्यटन महोत्सव का मुख्य उद्देेश्य क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देना है, जो प्राकृतिक सौन्दर्य और स्वास्थ्यप्रद जलवायु से परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि समूचे क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और पर्यटन की दृष्टि से विकसित किये जाने से यह प्रदेश में एक नए पर्यटन गंतव्य के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शिकारी माता मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटकों के लिए पसंदीदा गंतव्य के रूप में भी उभरा है। राज्य सरकार क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए पर्यटन ढांचे को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य में एडीबी परियोजना के अन्तर्गत नई राहें, नई मंज़िलें योजना के तहत नए पर्यटन स्थल विकसित किए जा रहे हैं। जंजैहली में क्लब महिंद्रा की एक बड़ी पर्यटन परियोजना विकसित की जा रही है, जिसे अगले कुछ महीनों में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 3.60 करोड़ रुपये की लागत से जंजैहली में निर्मित निरीक्षण कुटीर का आज लोकार्पण किया गया, जो यहां आने वाले पर्यटकों को सुविधा प्रदान करने में एक मील पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र के सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों को सड़कों से जोड़ दिया गया है, जिससे निश्चित रूप से क्षेत्र में पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में यह क्षेत्र न केवल देश बल्कि विश्वभर से आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनेगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि शिकारी माता मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए जंजैहली-रायगढ़-शिकारी माता मार्ग का उन्नयन 7.36 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। ढीम-कटारू में 6.74 करोड़ रुपये की लागत से सराज कला मंच का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के हर क्षेत्र का समग्र एवं समान विकास सुनिश्चित कर रही है और उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जो किसी न किसी कारणवश उपेक्षित रहे।