नवभारत के निर्माण तथा व्यवस्था परिवर्तन के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति कारगर साबित होगी
नवभारत के निर्माण तथा व्यवस्था परिवर्तन के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति कारगर साबित होगी। यह बात आज शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शिमला में लगभग 1 करोड़ 89 लाख से नवनिर्मित सीओई भवन का उद्घाटन करने के उपरांत अपने संबोधन में कही।
उन्होंने कहा कि भवन निर्माण में बहुत सारी बाधाओं को पार कर लगभग 12 साल बाद निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है जिस से यहां के छात्रों को बहुत सारी सुविधाएं शिक्षण एवं प्रशिक्षण के क्षेत्र में प्राप्त होंगी। उन्होंने कहा कि इस भवन में द्वितीय बेसमेंट में फिटर एवं सर्वेयर कार्यशाला, प्रथम बेसमेंट में प्लंबर एवं इंस्ट्रुमेंटल कार्यशाला, भू तल में एमएमवी कार्यशाला तथा प्रथम मंजिल में परीक्षा हॉल छात्रों को सुविधा उपलब्ध होंगी।
उन्होंने कहा कि देश आज हर क्षेत्र में विकास के पथ पर अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2014 में देश की कमान संभालने के उपरांत देश विकास का मॉडल बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है। नए भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने के लिए तथा 21वी सदी के लोगों को उड़ान प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 लाभदायक सिद्ध होंगी। शिक्षा नीति निर्माण के लिए कस्तूरी रंजन की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया, जिसके निर्माण के दौरान लगभग 6 लाख से अधिक सुझाव प्राप्त कर समय समय पर संशोधन किए गए।
उन्होंने कहा की आज हमे औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। आज छात्र औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से पूर्ण कर चुके पढ़ाई के उपरांत लगभग 70 प्रतिशत छात्रों की प्लेसमेंट हो रही है, जो एक गर्व की बात है।
उन्होंने पार्किंग निर्माण के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 5 लाख रुपए देने की घोषणा की।
इस अवसर पर संस्थान समिति अध्यक्ष प्रदीप कश्यप, संयुक्त निदेशक तकनीकी शिक्षा विभाग एसके गौतम, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान प्रधानाचार्य जोगिंदर शर्मा, देव कुमारी, संस्थान समिति सदस्य, पूर्व पार्षद संजीव सूद एवं अन्य गणमान्य लोग व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे